57 હમસફર


इश्क़ में हमने अपने दिल पे चोट खाई है
हो इश्क़ में हमने अपने दिल पे चोट खाई है
ना कोई मर्ज़ उसका ना कोई दवाई है
हो इश्क़ में हमने अपने दिल पे चोट खाई है
ना कोई मर्ज़ उसका ना कोई दवाई है
हो पहले अपना बना के हमसफ़र बने थे तुम
फिर रुला के मुझे हो गए हो हमसे दूर
मेरी तकदीर किस राह पे ले आयी है
प्यार में तेरे ठोकर ऐसी खाई है
तेरी रुसवाई मेरी जान ले जाती है
हो ना कोई मर्ज़ उसका ना कोई दवाई है

अपना बना के वो दिल में उतर आते है
पल में पराये बनके धोखा दे जाते है
साथ दिया जिसका वो साथ छोड़ जाते है
जिसको देते है हसी वही तो रुलाते है
हो किसको जाके सुनाऊ मेरे दर्द दिल के गम
अब ना हो रही है तकलीफे ये दिल की कम
मेरी तकदीर किस राह पे ले आयी है
प्यार में तेरे ठोकर ऐसी खाई है
तेरी मोहब्बत मेरी मौत बन आयी है
तेरी रुसवाई मेरी जान ले जाती है

जान से भी ज्यादा प्यार तुझसे करते थे
तेरी हर अदा तेरी बातों पे ही मरते थे
हो खुद से ज्यादा तुझपे भरोसा हम करते थे
तोड़ गया रिश्ते जिस बात से डरते थे
हो बेवफाई का ज़हर तुमको दे गए हो तुम
जी नी थी ज़िंदगी पर मौत दे गए हो तुम
मेरी तकदीर किस राह पे ले आयी है
प्यार में तेरे ठोकर ऐसी खाई है
हो ना कोई मर्ज़ उसका ना कोई दवाई है
हो ना कोई मर्ज़ उसका ना कोई दवाई है


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